Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana - An Overview



️ “डर को मत देखो, उसे जीतो।” – स्वामी विवेकानंद

ये सभी डर अगर बचपन में समझाए न जाएं, तो वही वयस्क होने पर भी पीछा करते हैं।

कुछ समय के लिए आप निडर हो जाते हैं और आपको लगता है की वाह यार ये तो बहुत ही अच्छी चीज़ें हैं.

यदि आप ऊंचाइयों से डरते हैं, तो कल्पना करें कि आप एक मुश्किल चढ़ाई पर पहुँच रहे हैं। अपनी इस उपलब्धि की भावना के साथ में जुड़ें।

उन्हें “क्या हो सकता है?” से ज़्यादा “क्या कर सकते हैं?” सिखाएं

हम यहाँ आपको एक उदहारण देते हैं जिससे ज्यादातर लोग तो समझ ही जायेंगे की अपने डर को कैसे दूर भगाए.

यहाँ हमारे कहने का मतलब ये नहीं है की आप शेर के सामने जाकर खड़े हो जाइए. हम ये कहना चाहते हैं की जिस तरह की परिस्थितयों से आपको डर लगता है, जहाँ जाने से आपको डर लगता click here है, जो काम करने से आपको डर लगता है, जिसके सामने जाने से आपको डर लगता है,वहां जाना शुरू कीजिये.

हेल्थन्यूट्रीशनसेक्शुअल हेल्थप्रेगनेंसीमेंटल हेल्थयोगफिटनेस

यकीनन इसका जवाब हमेशा नहीं होगा, जब इसका उत्तर नहीं है यानी आपके साथ ऐसा कुछ हुआ ही नहीं तो फिर डरने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता

जब भी नकारात्मक विचार आए, तुरंत उसे सकारात्मक विचारों से बदलें। उदाहरण: “मैं नहीं कर सकता” को “मैं कोशिश करूंगा” से बदलें।

“डर मेरा मार्गदर्शक नहीं है – मैं हूँ।”

इसीलिए जो लोग हमेशा इस उलझन में रहते हैं की अपने दिल से इस डर को कैसे दूर करें या किसी तरह के घबराहट दूर करने के उपाय तरीके खोजते फिर रहे हैं.

तो इस तरीके से नकारात्मक विचार आपके डर को और ज्यादा बढाने का काम करते हैं.

वहां उसके साथ कुछ ऐसी बातें हो जाती हैं, या ऐसे काम हो जाते हैं या उसके आस पास ऐसे वाकये हो जाते हैं जिससे धीरे धीरे उसका डर बढ़ता चला जाता है.

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